Friday, July 8, 2016

डिबिया और लालटेन की रौशनी में पढ़कर बिहार के लाल बने आईएस अफसर

बिहार के छात्र काफी परिश्रमी होते हैं इसमें कोई संदेह नही, कई दशको से इसी मेहनत के बदौलत बिहारियों ने यूपीएससी, आईआईटी और न जाने कितने प्रतियोगी परीक्षाओं में परचम लहराकर बिहार का नाम ऊँचा किये हैं।
इस बार बिहार के मधेपुरा जिले के बिहार के सिखिया गांव के रहने वाले आदित्य आनंद भी अपने प्रतिभा का परिचय देते हुए कड़ी मेहनत की भट्टी से निकलकर सिविल सेवा की परीक्षा में पांचवीं कोशिश में कामयाब हुए हैं. डिबिया और लालटेन की रोशनी में पढ़कर आदित्य ने यूपीएससी में 863वीं रैंकिंग पाई है. आदित्य के गांव में बिजली और सड़क नहीं है लेकिन अब पूरा गांव आदित्य पर गर्व कर रहा है.




पटना के अनुपम शुक्ला ने 10वीं रैंक हासिल की. अनुपम 2013 में भारतीय वन सेवा के लिए चुने गए थे.

इसके अलावा पटना के कुमार आर्शीवाद को 35वीं, रवि प्रकाश को 54वीं, औरंगाबाद के विवेक कुमार को 80वीं, दरभंगा के सौरभ को 142वीं, अंजनी अंजन को 148वीं, अभिषेक गुप्ता को 202वीं, मनीष कुमार को 242वीं, दरभंगा के दीपक आनंद को 235वीं और अभिषेक सिन्हा को 392 रैंक हासिल हुए हैं.

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